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सीरियल अब जवाब नहीं आज का एपिसोड काफी ज्यादा मजेदार और इंटरेस्टिंग होने वाला है आज के एपिसोड की शुरुआत कुछ इस प्रकार से होती है जहां पर अनुज और अनुपमा जो होते हैं वह दोनों अपने ऑफिस में काम कर रहे होते हैं उसके बाद अनुज होता है वह कहता है कि अब तुम लंच कर लो उसके बाद में दिखाई देता जो तू लंच करने लग जाती है लेकिन मिलने के बाद में नहीं लेकर आप आ पाया और घर भूल गया जिस चीज को छुट्टी है तो नमाज होती है वह मुझको अपना जो खाना होती है वह देने की कोशिश करती लेकिन अनुज होता है वह कहता कि तुम अच्छी तरीके से जानती हूं कि मैं खाने को लेकर बहुत ज्यादा सीरियस हूं और मैं यहां पर दिन में तुम्हें पता है कि खाना नहीं खाता हूं मैं खाना सुबह काम ही करता हूं और यहां पर दिन में मैं मिलते ही पीता हूं जैसे नुमाइश को सुनती है तो रोती हूं कहती कि मैं आपको भूखा नहीं देख सकती हूं उसके बाद ज्योति बिटिया बीमार पास टाइम है वैसे भी अपने काम बहुत हद तक कर लिया है ऐसा करते हम कैसे चलते और कहीं पर जो है जो बदाम शेक एम ओ पी लेते हैं उसके बाद हमें दिखाई जाता है कि अनुपमा और होते चले जाते हैं और वहां चल करो बदाम शेक पीने के


लिए चले जाते हैं इधर अमेरिका चाहता है कि पार्टी ज्योति है वह अपनी स्कूल में होती है वहां पर जो रिपेयरिंग मीटिंग मीटिंग होती है उसके लिए आप उसकी जो टीचर होती है वह वनराज को कॉल करती है लेकिन वनराज जो होता है वह बिजी होता अपना फोन नहीं उठाता है तू कि वह अपने जो एक नए काम के बारे में जो है सोच रहा होता है इसी वजह से अपने फोन को साइलेंट करके रखता है इसके बाद यहां पर पार्टी ज्योति अपनी मम्मी के नंबर देती है उसके बारे में दिखाया जाता है कि अनुज और वहां पर अनुपमा को फोन आता है कि जोया पर पार्टी है उसकी टीचर काट देती कि आज पैरेंट मीटिंग है और आपको आना होगा जैसे ही खुश होती हो तो तू कहती है लेकिन यहां पर मीटिंग है कल थी तभी उसकी डिटेल बता दी गई है कि यहां पर सभी लोग फ्री होंगे इसी वजह से हमने जो पेरेंट्स मीटिंग है उसको आज ही जोया पर अनाउंस कर दिया जिस चीज को चुनौती देती लेकिन अभी मैं बिजी हूं लेकिन उसके बाद अनुपमा जो होती है वह कहती है ठीक है के जैसे तैसे आने की कोशिश करुंगी उसके बाद हमें दिखाई देता है कि हम भी होता है उसे सारी बात पता चल जाती है तभी अनुज होता है वह कहता है कि तुम अपनी बेटी की आप


अपने फ्रेंड मीटिंग है उसको कैसे कर सकती और यहां पर पार्टी के भविष्य का सवाल है तुम्हें चलना चाहिए वैसे भी यह मिल्क थे कि मैं फिर कभी और पी लूंगा कि मुझे कोई जरूरत नहीं है उसके बाद अनुज जी होता है वह उनको मां को यहां पर जो है लेता है वह गाड़ी में बिठाकर छुपाती का स्कूल होता है वहां तक लेकर आ जाता है इधर उनको मैं ज्योति फोन उसके बारे में काफी ज्यादा सोचती रहती है वह कहती कि इतनी बड़ी मैं यहां पर बनी जो है यहां पर मिस्टर चाहो तो तू भी नहीं देते लेकिन अनुज ने कि वहां पर पार्टी के लिए खाना तक छोड़ दिया सच में मुझसे बहुत ज्यादा लगाव रखते उन्हें मेरी बहुत ज्यादा फिक्र है और सच में मुझसे सच्चा वाला प्यार करते हैं इधर अनुपमा जोशी बापू जी की बात समझ की बात इन बातों को सुनती रहती है और सोचो सोचते आप और पाखी के स्कूल में चली जाती है दिल में दिखाया जाता है कि पैरेंट मीटिंग होती है वह खत्म हो जाती है उसके बाद ही आप पढ़ रहे जो अनुज होता है वह मामा को कॉल कर कर बता देता है कि अब तुम्हें ऑफिस जाने की कोई जरूरत नहीं है उसके बाद में दिखाया जाता है कि हम यूज होता है वह भी चला जाता है यहां पर होती है बाहर  आती है

 और उसके बाद यहां पर वह देविका को कॉल करती है उसके बाद अमेरिका जाता है कि देविका और अनुपमा जो तू दोनों एक जगह कहते में मिलते हैं जहां पर देविका ज्योति वह कहती कि आज तूने मुझे अचानक मिलने क्यों बुलाया वह भी कैसे मिथुन कुमार ज्योति बुक ए टिकट अनु जी मेरी बहुत ज्यादा फिक्र कर देते हैं वह मेरे लिए बहुत कुछ करते हैं लेकिन अब मिल तू भी बता कि उनको क्या-क्या चीजें पसंद है मैं भी उनके लिए कुछ करना चाहती हूं क्योंकि तुम तुम भी उनकी बहुत अच्छी तरीके से दोस्तों तुम मुझे बताओगी अनुज को क्या-क्या पसंद है इसी वजह से मैं भी उनके लिए कुछ करना चाहती हूं क्योंकि वह मेरे लिए बहुत कुछ करते हैं जैसे ही दे दी क्या चीज को छुट्टी है तो देवी का जो होती है वह कहती कि मुझे ऐसा क्यों लग रहा है कि तुझे भी अब धीरे-धीरे यहां पर जो है अनुभव होने लगा तुम थोड़ी सी गुस्सा कर लेती हूं फिर प्यार का नाम मत दे तभी देवी का जो तू कहती कि मैं अच्छी तरीके से जानती है प्यार करती हो तुझे यहां पर प्यार को फिक्र बना रही है मुझे बताइए कि तेरा दिल और उसकी अनु जी के लिए अब धीरे-धीरे धनक धड़कने लगा है और अनुज और तू यहां पर एक दूसरे से

प्यार करने लगे तुम इस बात को मान लो जितना अगर तुझे प्यार है तो मान ले जानू प्यार करता दूसरी बात को मान लिया तू भी मुझसे प्यार करती थी इस बात को मान लें और मुझसे कहने में क्या शर्म इनकी है मैं थोड़ी ना बजाकर अनुज को बता दूंगी कहने को मैं तुमसे प्यार करने लगी है उसके बाद अंगूठा ज्योति की देविका तू तो पागल है उसके बारे में दिखाई देता है कि आप ज्योति नगर के लिए रवाना हो जाती हमें दिखाई देता घर आ जाती है और अनुज भ्राता दोनों एक दूसरे के बारे में सोच रहे होते हैं उसे बापू जी की बात याद आती है और उसके बाद यहां पर भी गया परंतु उसे भी वह बात याद आई याद आ जाती है क्यों चॉकलेट केक को नहीं मालूम आप को कह रहा था एक्चुअली में जो होता है वहां पर जो बात उसने कही थी वह चॉकलेट केक को नहीं गई थी वह अनुपमा को गई थी लेकिन उसको बताता है तो तुरंत वह अनुष्का चिंटू में दिखाई नहीं जाता है उसके बाद अनुज होता हूं बात को पलट देता हूं यहां पर जो केक होता है उसे देखकर बोलने लग जाता है यानी कि चॉकलेट उसको देख कर मुझे यह नहीं कहता कि वह तुमसे प्यार करता हूं उनको मा को देखकर वह शायरी बोली थी और कहा था कि वह सच्चा प्यार


करता है तो यहां पर यह सच्चाई जल्द ही सामने आने वाली है अब देखते हैं किरण कुमार कब तक जो एक दूसरे के करीब आते हैं कहानी में एक नया मोड़ आने वाला है

Thanks

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